jansankhya ghanatv kya hai
प्रति इकाई क्षेत्र पर निवास करने वाली व्यक्तियों की संख्या को जनसंख्या घनत्व कहा जाता है। दूसरे शब्दों में किसी क्षेत्र मे कुल आबादी और कुल क्षेत्रफल के अनुपात को जनसंख्या घनत्व कहा जाता है। इसे निम्न सूत्र से निकला जाता है।
जनसंख्या घनत्व = कुल आबादी / कुल क्षेत्रफल
जैसे:- माना कि A प्रदेश का क्षेत्रफल 100 वर्ग किमी है। और उस प्रदेश की आबादी 5,00,000 है। तो A प्रदेश का जनसंख्या घनत्व = 5,00,000 / 100, = 5,000 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी होगा।
अतः A प्रदेश मे एक वर्ग किमी में 5,000 व्यक्ति औसतन निवास करते है। यही औसत व्यक्तियों की संख्या को जनसंख्या घनत्व कहते है। इस तरह से यह भी पता चलता है कि किसी क्षेत्र कि सम्पूर्ण लोगों की संख्या को उस क्षेत्र के प्रति इकाई क्षेत्र में लोगों को समान रूप से वितरित करना ही जनसंख्या घनत्व होता है।
इसे अंकगणितीय घनत्व भी कहा जाता है। क्योकि इसमें सम्पूर्ण क्षेत्रफल को शामिल किया जाता है। इससे वास्तविक लोगों का दबाव नहीं पता चलता है। क्योकि इसमें उस भूमि को भी शामिल कर लिया जाता है जिसका उपयोग मानव के लिए नाम मात्र का होता है। जैसे:-मरुस्थलीय भूमि, पर्वतीय भूमि, बंजर भूमि, बीहड़ या उत्खात भूमि इत्यादि। इसको प्राप्त करने का मुख्य उद्देश्य कृषि योग्य और निवल कृषि योग्य भूमि पर लोगों के दबाव को आंकलन करना ही होता है। अतः लोगों के कृषि योग्य भूमि और निवल कृषि भूमि पर दबाव को ज्ञात करने के लिए कायिक और कृषीय घनत्व निकला जाता है।
कायिक घनत्व = कुल जनसंख्या / निवल कृषि क्षेत्र
कृषीय घनत्व = कुल कृषि जनसंख्या / निवल कृषि क्षेत्र
- निवल कृषि – प्रत्येक वर्ष बोई जाने वाले कृषि क्षेत्र।
- कृषि जनसंख्या – कृषक, कृषि मजदूर (जिसकी अपनी भूमि नहीं होती है वे दूसरे के भूमि पर मजदूरी में कार्य करते है। ) और उनके परिवार के सदस्य।
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संसार में इसका वितरण
दुनिया में जनसंख्या का वितरण काफी असमान है। विश्व की 90 प्रतिशत जनसंख्या मात्र 10 प्रतिशत भूभाग मे निवास करती है। और 10 प्रतिशत जनसंख्या 90 प्रतिशत भूभाग पर। सम्पूर्ण विश्व के लगभग 33 प्रतिशत क्षेत्र ऐसे भी है जहाँ मानव नहीं के बराबर रहते है।
संसार मे लोगों वितरण इसको को प्रभावित करता है। इसको को प्रभावित करने वाले दो मुख्य कारक होते है। प्रथम लोगों वितरण दूसरा किसी क्षेत्र का क्षेत्रफल। विकिपीडिया के अनुसार वर्तमान समय मे (मई 2020) मे विश्व का जनसंख्या घनत्व 51.045 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी है। विश्व में सर्वाधिक और सबसे कम घनत्व वाले दस देशो कि सूचि इस प्रकार है।
सर्वाधिक जनसंख्या घनत्व वाले दस देशो की सूचि:
क.सं. | देश | जनसंख्या घनत्व (प्रति वर्ग किमी) | वर्ष |
1 | सिंगापूर | 7022 | 2009 |
2 | वेटिकन सिटी | 1877 | 2009 |
3 | माल्टा | 1308 | 2009 |
4 | बंगलादेश | 1126 | 2009 |
5 | बहरीन | 1098 | 2009 |
6 | मालदीव | 1037 | 2009 |
8 | बरवाडोस | 595 | 2009 |
9 | सानमारिनो | 504 | 2008 |
10 | दक्षिण कोरिया | 486 | 2009 |
भारत | 382 405 | 2011 मई 2020 | |
विश्व | 51.045 | मई 2020 |
सबसे कम जनसंख्या घनत्व वाले देश :
क.सं. | देश | जनसंख्या घनत्व (प्रति वर्ग किमी) | वर्ष |
1 | मंगोलिया | 1.7 | 2009 |
2 | पश्चमी सहारा | 1.9 | 2009 |
3 | नामीबिया | 2.6 | 2009 |
4 | आस्ट्रेलिया | 3.4 | मई 2020 |
5 | आइसलैंड | 3.0 | 2009 |
6 | सूरीनाम | 3.1 | 2009 |
7 | मॉरिटानिया | 3.2 | 2009 |
8 | बोत्स्वाना | 3.3 | 2009 |
9 | कनाडा | 3.7 | मई 2020 |
10 | गयाना | 3.5 | 2009 |
क्षेत्रफल के दृटि से विश्व के दस बड़े देशो का जनसंख्या घनत्व :
क.सं. | देश | क्षेत्रफल (वर्ग किमी में) | जनसंख्या | घनत्व (वर्ग किमी में) | वर्ष |
1 | रूस | 1,70,98,232 | 14,19,00,000 | 8.2 | 1जनवरी 2009 |
2 | कनाडा | 99,84,670 | 3,78,99,000 | 3.7 | 1मई 2020 |
3 | USA | 96,29,091 | 33,78,80,000 | 35.0 | 1मई 2020 |
4 | चीन | 95,96,961 | 1,40,53,93,090 | 146.4 | 1मई 2020 |
5 | ब्राजील | 85,14,877 | 21,05,89,795 | 24.7 | 1मई 2020 |
6 | ऑस्ट्रेलिया | 76,82,300 | 2,67,30,760 | 3.8 | 1मई 2020 |
7 | भारत | 32,87,263 | 1,33,43,97,000 | 405.9 | 1मई 2020 |
8 | अर्जेंटीना | 27,80,400 | 4,01,34,425 | 14.4 | 30जून 2009 |
9 | कजाखिस्तान | 27,24,900 | 1,57,76,492 | 5.7 | 1जुलाई 2009 |
10 | सूडान | 25,05,813 | 3,91,54,490 | 15.6 | 22अप्रैल 2008 |
उपरोक्त तालिकाओं देखने तीन बातें निकल कर सामने आती है।
- छोटे क्षेत्रफल वाले देशों में अधिक पाया जाता है।
- बड़े क्षेत्रफल वाले देशों में कम पाया जाता है।
- क्षेत्रफल कि दृष्टि से बड़े दस देशो में भारत (405.9) और चीन(146.4) को निकाल दिया जाय तो बाकि आठ बड़े देशों में 40 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी से कम पाया जाता है।
जनसंख्या घनत्व के आधार पर विश्व को तीन भागो में विभाजित किया जा सकता है।
उच्च जनसंख्या घनत्व वाले क्षेत्र
200 और उससे अधिक व्यक्ति प्रति वर्ग किमी वाले क्षेत्रो को उच्च जनसंख्या घनत्व वाले क्षेत्र कहा जाता है। इसके अंतर्गत USA उत्तरी पर्वी क्षेत्र, दक्षिण पूर्वी एशिया एवं पूर्वी एशिया (भारत, चीन, इंडोनेशिया, पाकिस्तान, बंगलादेश, जापान, सिंगापूर आदि) और तीसरा क्षेत्र यूरोप का उत्तर पश्चिम भाग (ब्रिटेन, नीदरलैंड, बेल्जियम, हॉलैंड, डेनमार्क, उत्तरी फ्रांस, जर्मनी आदि सम्मिलित है। )शामिल है। इन क्षेत्रो मे कुछ ऐसे क्षेत्र भी है। जहाँ 400 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी से अधिक पाया जाता है। जैसे: सिंधु, गंगा, ब्रह्मपुत्र नदी घाटी क्षेत्र, यांग्त्सीक्यांग, ह्वांगहो, सिक्यांग, मिनाम, मीकांग नदी घाटियों मे , अमेरिका, जापान, चीन, भारत, फ्रांस, बेल्जियम, नीदरलैंड,डेनमार्क, जर्मनी आदि के औद्योगिक पेटियों मे।
निम्न जनसंख्या घनत्व वाले क्षेत्र
इसके अंतर्गत उन क्षेत्रो को शामिल किया जाता है जहाँ की 5 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी से कम पाया जाता है। ऐसे क्षेत्रो का क्षेत्रफल विशाल है। जो पूरे विश्व का लगभग 80 प्रतिशत क्षेत्र पर फैले हुवे है। इसके अंतर्गत उष्ण मरुस्थलीय क्षेत्र (सहारा,कालाहांडी, अटाकामा, गिब्सन, सिब्सन, थार, अरब, सोनोरेन इत्यादि का मरुस्थल ), शीतोष्ण मरुस्थलीय क्षेत्र (मध्य एशिया का गोबी का मरुस्थल), अति शीत क्षेत्र (ध्रुवीय क्षेत्र, कनाडा का उत्तरी भाग, ग्रीनलैंड, रूस का साइबेरिया, अंटार्टिका महादेश, विशल पर्वतीय क्षेत्र इत्यादि), विषुवतरेखीय सघन वन वाले क्षेत्र (दक्षिण अमेरिका का अमेजन बेसिन, अफ्रीका के कांगो, जायरे बेसिन इत्यादि ) को शामिल किया जाता है।
मध्यम जनसंख्या घनत्व वाले क्षेत्र
5 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी से अधिक और 200 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी से कम वाले क्षेत्र को मध्यम जनसंख्या घनत्व वाले क्षेत्रो को इसके अंतर्गत सम्मिलित किया जाता है। इसमे एशिया के (दक्षिण भारत, पश्मी चीन, म्यंमार,मलेशिया, थाईलैंड, कम्बोडिया इत्यादि ), यूरोप मे ( डेनमार्क, स्वीडन, नार्वे, लाटविया , लिथुआनिया, बाल्टिक गणराज्य, रूस के निकटवर्ती भाग), पश्चिम एवं मध्य अमेरिका , तीन दक्षणीय महादेशो के विस्तृत क्षेत्रो मे मध्यम जनसंख्या घनत्व वाले प्रदेश है। उत्तरी पूर्वी ब्राजील, वेनेजुएला , मध्यवर्ती चिली, उत्तरी अफ्रीका के तटीय भाग, नाइजीरिया तथा दक्षिण अफ्रीका संघ के कुछ क्षेत्र हैं। ऑस्ट्रेलिया के तटीय क्षेत्र तथा मर्रे डार्लिंग बेसिन में भी पाया जाता है।
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