नमस्कार दोस्तों ! आज हमलोग इस लेख के माध्यम से भारत के भौतिक स्वरूप के अंतर्गत एक और महत्वपूर्ण भू-आकृति के बारे में जानेंगे जिसका नाम है भारतीय द्वीप समूह। इसके अंतर्गत हमलोग इसके स्थति एवं विस्तार, इसका वर्गीकरण, इसके भौगोलिक पक्ष तथा महत्वपूर्ण द्वीपों के बारे में जानेंगे।
भारतीय द्वीप समूह को जानने से पहले हमे यह जानना होगा कि द्वीप किसे कहा जाता है ? या द्वीप होते क्या है ? सामान्य शब्दों में कहा जाय तो द्वीप उस भू-आकृति को कहा जाता है जो सभी ओर से जल से घिरा हो चाहे वह जल समुद्र, झील,नदी, आदि का हो सकता है। इसी आधार पर इसे समुद्री द्वीप, तटीय द्वीप, नदीय द्वीप में बांटा जाता है। द्वीप को टापू भी कहा जाता है। और बहुत सरे द्वीप के समूह को द्वीप समूह कहा जाता है।
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भारतीय द्वीप समूह क्या है ?
भारत विश्व का सातवां बड़ा देश है। इतने बड़े देश में विविध प्रकार के भू-आकृतियां पाई जाती है। जैसे:- पर्वत, पठार, मैदान, द्वीप समूह आदि। 22 डिग्री उत्तरी अक्षांश के दक्षिण में भारत तीनो ओर समुद्र से घिरा हुआ है। पश्चिम में अरब सागर, पूरब में बंगाल की खाड़ी तथा दक्षिण में हिन्द महासागर। अरब सागर तथा बंगाल की खाड़ी हिन्द महासागर का ही हिस्सा है। इसके अलावे भारत में विशाल नदियां भी प्रवाहित होती है जैसे गंगा, ब्रह्मपुत्र आदि।
भारतीय द्वीप समूह एक प्रकार की भू-आकृतिक विशेषता है जो भारतीय सीमाक्षेत्र अंतर्गत जल से घीरे हुए कई भूखंड स्थित है जिसे द्वीप कहते है तथा द्वीपों के समूह को द्वीप समूह कहा जाता है। भारतीय द्वीप समूह के अंतर्गत मुख्य रूप से अंडमान निकोबार द्वीप समूह और लक्ष द्वीप समूह को शामिल किया जाता है। इसके अलावे भारतीय तटवर्ती द्वीप और नदीय द्वीप को शामिल किया जाता है।
भारतीय द्वीप समूह का निर्माण मुख्य रूप से विवर्तनिक हलचलें, ज्वालामुखी क्रिया, प्रवालों के निक्षेप, नदियों द्वारा द्वारा जमा किये गए निक्षेपों से हुआ है।
भारत में द्वीपों की संख्या कितनी है ?
जहाँ तक भारत में द्वीपों की संख्या का पश्न है तो इसमें भिन्नता देखी जाती है। जैसे NCERT के कक्षा 11, विषय- भारत भौतिक पर्यावरण ( भूगोल ), पेज नं. 19 में बंगाल की खाड़ी में 572 द्वीप तथा अरब सागर के लक्ष द्वीप समूह में 36 द्वीप बतलाया गया है। माजिद हुसैन और रमेश सिंह की पुस्तक भारत का भूगोल द्वितीय संस्करण में पेज न. 2.35 में भारत में कुल द्वीपों की संख्या 247 बतलाया गया है जिसमे बंगाल की खाड़ी में 204 और 43 अरब सागर में स्थित है। विकिपीडिया के अनुसार भारत में कुल द्वीपों की संख्या 1206 बतलया गया है।
भारत में कितने द्वीप समूह है ?
अवस्थिति के आधार पर भारतीय द्वीप समूह को तीन समूहों में विभाजित किया जा सकता है। भारत में जितने भी द्वीप है वे सभी या तो बंगाल की खाड़ी में, या तो अरब सागर में, या फिर नदिये द्वीप है। इसी आधार पर भारत के द्वीपों को तीन वर्गो में रखा जाता है।
- बंगाल की खाड़ी के द्वीप
- अरब सागर के द्वीप
- नदीय द्वीप
( 1. ) बंगाल की खाड़ी के द्वीप
बंगाल की खाड़ी के द्वीपों को दो वर्गों में बांटा जाता है।
( A ) तटवर्ती द्वीप
- समुद्र तट से 5 किमी की की दुरी तक पाए जाने वाले द्वीपों को तटवर्ती या तटीय द्वीप कहा जाता है। इनमे कुछ द्वीप इस प्रकार है।
- गंगा सागर, न्यू मूर द्वीप– इसका निर्माण गंगा के डेल्टाई क्षेत्र प.बंगाल में हुआ है।
- व्हीलर द्वीप – इसे डॉ अब्दूल कलाम का नाम दिया गया है। यह द्वीप महानदी- ब्राह्मणी नदी के मुहाने पर स्थित है।
- परीकुड द्वीप – यह द्वीप चिलका झील के मुहाने पर ओडिसा में है।
- श्री हरिकोटा – पुलिकट झील के मुहाने पर आंध्र प्रदेश में। इस द्वीप पर भारतीय आंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान का लॉन्चिंग पैड स्थित है इसे सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र भी कहते है।
- क्रोकोडाइल, अंडुड्डा द्वीप – मन्नार की खाड़ी तमिलनाडु में।
- पंबन द्वीप – इस द्वीप में रामेश्वरम स्थित है। इस द्वीप के पूर्वी भाग को धनुष्कोडी कहा जाता है जहाँ से राम सेतु का प्रारम्भ होता है जो श्रीलंका के तलाई बन्नार तक जाता है। इसकी स्थिति तमिलनाडु के दक्षिणी तट पर है।
( B ) गहरे सागर के द्वीप
इन द्वीपों की स्थिति तटवर्ती रेखा से 5 किमी दूर गहरे सागर में होते है। इसमें अंडमान निकोबार द्वीप समूह प्रमुख है। इसके अलावे दक्षिण भारत और श्रीलंका के मध्य में स्थित द्वीप आते है। इसमें हेयर द्वीप प्रमुख है।
अंडमान निकोबार द्वीप समूह
- भारत का सबसे बड़ा द्वीप समूह अंडमान निकोबार द्वीप समूह है। जो बंगाल की खाड़ी में स्थित है। यह भारत का एक केंद्र शासित प्रदेश भी है इसकी राजधानी पोर्ट ब्लेयर है।
- यह द्वीप समूह समुद्र में जलमग्न पूर्वाचल हिमालय तथा अराकान योमा पर्वत ( म्यांमार ) का दक्षिणी विस्तार है।
- इसके अंतर्गत 572 द्वीपों को शामिल किया जाता है।
- यह द्वीप समूह 6 डिग्री से 14 डिग्री उत्तरी अक्षांश तथा 92 डिग्री से 94 डिग्री पूर्वी देशांतर के मध्य स्थित है।
- यह म्यांमार के नेगरिस अंतरीप से 193 किमी, कोलकाता से 1255 किमी तथा चेन्नई से 1190 किमी की दूरी पर स्थित है।
- इसका क्षेत्रफल 8249 वर्ग किमी है।
- यहाँ की जलवायु पूरे वर्ष भर उष्ण कटिबंधीय प्रकार की पाई जाती है। औसतन तापमान 30 डिग्री सेंटीग्रेट होता है। यहाँ मानसून का समय मई से दिसंबर के मध्य वर्षा होती है।
- यहाँ पर सदाबहार प्रकार की वनस्पति पाई जाती है।
- इस द्वीप समूह में बलुआ पत्थर, चुना पत्थर तथा शैल प्रकार के चट्टाने पाई जाती है।
- इसमें चावल, नारियल, सुपारी, अनानास, केला, पपीता, आम, रबर इत्यादि का उत्पादन किया जाता है।
- यहाँ पाई जाने वाली जनजातियां औंग, जरावा एवं सेंटीनेलिज है।
- वर्त्तमान समय में ज़्यदातर यहाँ पर भारत के मुख्य भूमि के साथ-साथ बंगलादेश, म्यांमार, श्रीलंका के तमिल लोग आकर यहाँ बसे हुए है।
- इस द्वीप समूह को अंडमान और निकोबार दो द्वीप समूह में विभाजित किया जाता है।
- 10 डिग्री चैनल ( 10 डिग्री अक्षांश ) के द्वारा अंडमान तथा निकोबार द्वीप समूह को विभाजित किया जाता है।
- अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के मध्य न्यूनतम दुरी 121 किमी है।
- अंडमान निकोबार के पर्वत चोटियां
- सैंडल चोटी – अंडमान निकोबार की सबसे ऊँची चोटी ( उत्तरी अंडमान – 738 मीटर )
- माउन्ट डियोवोली – ( मध्य अंडमान – 515 मीटर )
- माउन्ट कोयोब – ( दक्षिणी अंडमान – 460 मीटर )
- तथा माउन्ट थुइलर – ( ग्रेट निकोबार – 642 मीटर )
( 1 ) अंडमान द्वीप समूह
इस द्वीप समूह में निम्न द्वीप प्रमुख है।
- लैंडफॉल द्वीप – अंडमान द्वीप समूह के सबसे उत्तरी द्वीप है। जो कोको चैनल द्वारा कोको द्वीप ( म्यांमार ) से अलग होता है।
- उत्तरी अंडमान – इस द्वीप में अंडमान निकोबार द्वीप समूह का सबसे ऊँची पर्वत चोटी सैंडल पिक ( 738 मीटर ) स्थित है।
- मध्य अंडमान – यह द्वीप, भारतीय द्वीप समूह का सबसे बड़ा द्वीप है।
- दक्षिणी अंडमान – इसमें अंडमान निकोबार द्वीप समूह के राजधानी पोर्ट ब्लेयर स्थित है।
- लिटिल अंडमान – यह अंडमान द्वीप समूह के सबसे दक्षिण में स्थित है।
- बैरन द्वीप – यह ज्वालामुखी द्वीप है। यहाँ भारत का एक मात्र सक्रिय ज्वालामुखी स्थित है। यह द्वीप मध्य अंडमान द्वीप से 80 किमी पूर्व में स्थित है।
- नारकोंडम द्वीप – यह द्वीप उत्तरी अंडमान के पूर्व में लगभग 80 किमी की दूरी पर स्थित है। यह भी एक प्रकार के ज्वालामुखी द्वीप है। यहाँ एक सुसुप्त ज्वालामुखी स्थित है।
- रॉस द्वीप – इसे नेता जी सुभाष चंद्र बोस द्वीप के नाम से जाना जाता है।
- नील द्वीप – इसे शहीद द्वीप का नाम दिया गया है।
- हैवलॉक द्वीप – इसे स्वराज द्वीप का नाम दिया गया है।
( 2 ) निकोबार द्वीप समूह
- यह द्वीप समूह कार निकोबार द्वीप समूह से लेकर ग्रेट निकोबार में मध्य फैला हुआ है।
- कार निकोबार द्वीप – कार निकोबार द्वीप निकोबार द्वीप समूह के सबसे उत्तरी द्वीप है।
- ग्रेट निकोबार द्वीप – यह द्वीप निकोबार द्वीप समूह के दक्षिणी द्वीप है। इसी द्वीप के दक्षिणी छोर पर इंदिरा प्वाइंट या पिग्मीलियन प्वाइंट स्थित है। जो भारत का सबसे दक्षिणतम विन्दु है।
( 2 ) अरब सागर के द्वीप
अरब सागर के द्वीपों को भी तटवर्ती तथा गहरे सागर के द्वीपों में विभक्त किया जाता है।
( A ) तटवर्ती द्वीप
अरब सागर के भारतीय तटरेखा के सहारे विकसित द्वीपों की इसमें शामिल किया जाता है। उत्तर से दक्षिण की ओर निम्न द्वीप पाये जाते है।
- पिरम, भैसला द्वीप – काठियावाड़ ( गुजरात )
- दीव, वैदा, पिरतन, करुणभार – कच्छ तट ( गुजरात )
- खडियावेट, आलियावेत – नर्मदा-तापी के मुहाने के पास ( गुजरात )
- बुचर, एलिफेंटा ,करंजा, क्रॉस – मुंबई के पास ( महाराष्ट्र )
- अंजी द्वीप – गोवा तट के पास ( गोवा )
- भटकल, पिजनकोक, सेंट मेरी – मंगलयर तट के पास ( कर्नाटक )
- वायपीन द्वीप – कोच्चि तट के पास ( केरल )
( B ) लक्ष द्वीप समूह
- यह द्वीप समूह प्रवाल ( कोरल ) से निर्मित है।
- इसका विस्तार 8 डिग्री से 12 डिग्री उत्तरी अक्षांश तथा 71 डिग्री से 74 डिग्री पूर्वी देशांतर के मध्य फैला हुआ है।
- यह द्वीप समूह केरल तट से 280 से 480 किमी की दूरी पर स्थित है।
- लक्ष द्वीप समूह भारत का एक केंद्रशासित प्रदेश है।
- इसकी राजधानी कवारत्ती है। जो कवारत्ती द्वीप पर स्थित है।
- इस द्वीप समूह का सबसे बड़ा द्वीप मिनिकॉय है। इसका क्षेत्रफल 453 वर्ग किमी है।
- मिनिकॉय में एक प्रकाश स्तंभ तथा एक मौसम बेधशाला का निर्माण किया गया है।
- इसमें द्वीपों की संख्या 43 है। जिसमे 11 द्वीपों पर मानव का निवास है।
- इस द्वीप को पहले लकादीव, मिनिकॉय और अमीनदीव के नाम से जाना जाता था।
- इस द्वीप समूह को 1973 में लक्षद्वीप का नाम दिया गया।
- पिटली द्वीप – जहाँ मानव का निवास नहीं पाया जाता है यहाँ एक पक्षी अभ्यारण्य है।
- इस द्वीप समूह को 9 डिग्री चैनल ( 9 डिग्री अक्षांश ) द्वारा दो भागो में बांटा जाता है।
- 8 डिग्री चैनल द्वारा लक्षद्वीप समूह को मालदीव से अलग करता है।
- यहाँ के लोग मुख्य रूप से मछली पकड़ने का कार्य करते है।
- इस द्वीप समूह में नारियल मुख्य फसल है।
- इस द्वीप समूह के इर्द-गिर्द सागर में मछलियाँ अधिक मात्रा में पाई जाती है।
( 3 ) नदीय द्वीप
इसके अंतर्गत उन द्वीपों को शामिल किया जाता है जिसका विकास नदियों के द्वारा किया गया है। नदी के जल से घीरे स्थलखंड को नदिये द्वीप कहा जाता है।
- माजुली द्वीप – ब्रह्मपुत्र नदी ( असम )
- मन्धाता द्वीप – नर्मदा नदी ( मध्य प्रदेश )
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