नमस्कार मित्रों ! आज हमलोग इस लेख के माध्यम से भारत की भौगोलिक स्थिति और विस्तार के बारे में सामान्य जानकारी प्राप्त करेंगे। इसके तहत भारत विश्व के मानचित्र में कहाँ स्थित है। तथा अपने आकर, विस्तार, भौतिक विविधता के कारण यह विश्व पटल पर अपना एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। वर्तमान विश्व के बड़े-बड़े तथा विकसित सम्पन्न देश भारत को उपेक्षित करके अपना विकास नहीं कर सकते। भारत की संस्कृति, एकता, अखंडता, विविधता इत्यादि के कारण प्राचीन कल से दुनिया की नजर में सम्पन्न, सम्मानित और विश्वसनीय देश रहा है।
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भारत ( इंडिया )
भारत के प्राचीन ग्रंथ विष्णु पुराण में कहा गया है कि ” पृथ्वी के उस भूभाग को भारत कहा गया है, जिसके उत्तर में ग्रिराज हिमाद्रि तथा दक्षिण में सेतुबंध अर्थात हिंदमहासागर फैला हो और जिसमे सम्राट भरत की संताने रहते हो। “
उत्तरयन्त समुद्रस्य हिमाद्रेश्चैव दक्षिणम।
वर्ष तत भारत नाम,भारती यत्र सन्ततिः।।
विष्णु पुराण
हमारे देश भारत को प्राचीन काल से वर्तमान समय तक अलग-अलग नामों से जाना जाता रहा है। प्राचीन काल में इसे जम्बूद्वीप, आर्यावर्त, भरतखण्डे, भारतवर्ष इत्यादि के नाम से जाना जाता था जबकि मध्यकाल में इसे सिंध, हिन्द, हिंदुस्तान, इंडोस, इंडस इत्यादि नामो से जाना जाता था जबकि, वर्तमान समय में भारत, इंडिया के नाम से जाना जाता है।
15 अगस्त 1947 में भारत को अंग्रेजी शासन से आजादी मिली। इसी समय अंग्रेजो द्वारा इसे दो खंडो में विभाजित किया गया। भारत तथा पाकिस्तान, पाकिस्तान के दो हिस्से पश्चिमी पाकिस्तान तथा पूर्वी पाकिस्तान ( 1971 के बाद बंग्लादेश के रूप में उदय ), भारत 26 जनवरी 1950 को सम्प्रभुत्व सम्पन्न राष्ट्र बना। यह विश्व में क्षेत्रफल की दृष्टि सातवां, जनसंख्या की दृष्टि दूसरा, अर्थव्यवस्था की दृष्टि छठा बड़ा देश है।
हमारे देश भारत को लगभग 1000 वर्षो तक विदेशियों द्वारा भारतीय विरासत को लूटा जाता रहा है। इसकी कला संस्कृति को ध्वस्त किया जाता रहा है। फिर भी वर्तमान समय में हमारी कला संस्कृति का मुरीद है पूरी दुनिया तथा इतने वर्षो के तबाही के बावजूद भी हमारा देश वर्तमान समय में दुनिया के छठी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है।
भारत की स्थिति
ग्लोब पर भारत की स्थिति उत्तरी एवं पूर्वी गोलार्द्ध में है। इसका अक्षांशीय विस्तार 8 डिग्री 4 मिनट उत्तरी अक्षांश से लेकर 37 डिग्री 6 मिनट उत्तरी अक्षांश है,तथा इसका देशांतरीय विस्तार 68 डिग्री 7 मिनट पूर्वी देशांतर से लेकर 97 डिग्री 25 मिनट पूर्वी देशांतर के मध्य फैला हुआ है। यह भारत के मुख्य भूभाग की स्थिति है। इसके अतिरिक्त भारत के अंडमान निकोबार द्वीप समूह का दक्षिणी भाग में स्थित ग्रेट निकोबार द्वीप के दक्षिण में स्थित इंदिरा प्वाइंट ( Indira Point ) 6 डिग्री 45 मिनट उत्तरी अक्षांश में स्थित है। भारत की स्थिति और विस्तार अर्थात अक्षांशीय एवं देशांतरीय विस्तार काफी विस्तृत है।
23 डिग्री 30 मिनट उत्तरी अक्षांश जिसे कर्क रखा के नाम से भी जाना जाता है। भारत को लगभग बीचो-बीच से गुजरती है और भारत को उत्तरी तथा दक्षिणी भाग में विभाजित करती है। यह कर्क रेखा भारत के आठ राज्यों ( गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखण्ड, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और मिजोरम ) से होकर गुजरती है। कर्क रेखा में झारखण्ड की राजधानी रांची स्थित है।
भारत का आकर तथा विस्तार
हमारे देश का आकर चतुष्कोणीय है। भारत का क्षेत्रफल 32,87,263 वर्ग किमी है। भारत का क्षेत्रफल विश्व के कुल क्षेत्रफल का 2.4 प्रतिशत है। यह विश्व का सातवाँ बड़ा देश है। भारत से छः बड़े देश इस दुनिया में है।
क्रम संख्या | रैंक ( क्षेत्रफल की दृष्टि से ) | देश | क्षेत्रफल (लाख वर्ग किमी में ) |
1 | 1 | रूस | 170.7 |
2 | 2 | कनाडा | 99.7 |
3 | 3 | संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) | 98.0 |
4 | 4 | चीन | 95.9 |
5 | 5 | ब्राजील | 85.4 |
6 | 6 | आस्ट्रेलिया | 76.8 |
7 | 7 | भारत | 32.8 |
भारत के उत्तर से दक्षिण अधिकतम लम्बाई 3214 किमी था पूर्व से पश्चिम अधिकतम चौड़ाई 2933 किमी है।
भारत की स्थलीय सीमा की कुल लम्बाई 15,200 किमी है। भारत से लगे स्थलीय सीमा में सबसे अधिक लम्बाई बंगला देश के साथ है। अन्य देशो के साथ सीमा रेखा की लम्बाई निम्न इस प्रकार है।
क्रम संख्या | देश | भारत के साथ सीमा रेखा की लम्बाई किलो मीटर में |
1 | बांग्ला देश | 4096 |
2 | चीन | 3917 |
3 | पाकिस्तान | 3310 |
4 | नेपाल | 1752 |
5 | म्यांमार | 1458 |
6 | भूटान | 587 |
8 | अफगानिस्तान | 80 |
भारत के मुख्य भूमि की तटीय सीमा की लम्बाई 6100 किमी है तथा, अंदमान निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीव के तटीय रेखाओ को सम्मिलित करने से भारत के सम्पूर्ण तटरेखीय सीमा की लम्बाई 7516.6 किमी हो जाती है। भारत की तट रेखा को अलग-अलग स्थानों पर अलग अलग नाम से जाना जाता है। जैसे- पूर्वी तटरेखा को उत्तर से दक्षिण की ओर उत्तरी सरकार, दक्षणी सरकार और कोरोमंडल तट जबकि पश्चमी तट रेखा को उत्तर से दक्षिण की ओर कोंकण, कन्नड़ और मालाबार के नाम से जाना जाता है।
भारत की चाहौदी
प्राकृतिक दृष्टि से देखा जय तो भारत के उत्तर में हिमालय पर्वत दक्षिण में हिन्द महासागर स्थित है। जबकि पूरब में पूर्वाचल की पहाड़ी तथा बंगाल की खाड़ी और पश्चिम में थार के मरुस्थल कक्ष के रन एवं अरब सागर स्थित है।
अगर राजनैतिक दृष्टि से भारत की चाहौदी बताया जाय तो उत्तर में चीन, नेपाल, भूटान तथा दक्षिण में श्रीलंका एवं मालदीव देश स्थित है। जबकि पूरब में म्यांमार तथा बांग्ला देश और पश्चिम में पाकिस्तान तथा अफ़ग़ानिस्तान देश स्थित है।
अगर भारत के सीमा के भीतर इसका चाहौदी देखा जाय तो भारत का सबसे दक्षिणतम विन्दु इंद्रा प्वाइंट है पहले इसका नाम पिगमिलियन प्वाइंट था। यह विकोबार द्वीप समूह में ग्रेट निकोबार के दक्षिणी छोर है। भारत का सबसे उत्तरी विन्दु इंदिरा कॉल लद्दाक केंद्र शासित राज्य में है। भारत का सबसे पश्चमी विन्दु सरक्रीक गुजरात में स्थित है जबकि सबसे पूर्वी विन्दु वलांगू अरुणाचल प्रदेश में है।
भारत के राजनैतिक स्थिति या क्षेत्र
वर्त्तमान समय में भारत में 28 राज्य तथा 9 केंदशासित प्रदेश है। क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा राज्य राजस्थान तथा सबसे छोटा राज्य गोआ है। जबकि जनसंख्या की दृष्टि से उत्तर प्रदेश सबसे बड़ा राज्य तथा सिक्किम सबसे छोटा राज्य है।
वहीं केंद्रशासित 9 राज्यों में क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा केंद्र शासित राज्य लद्दाख तथा छोटा राज्य लक्षदीप है। वहीं जनसंख्या के दृष्टि से देखा जाय तो दिल्ली सबसे बड़ा करंदर राज्य तथा सबसे कम जनसंख्या वाला केंद्रशासित राज्य लक्षदीप है। भारत के राज्यों का विवरण निम्न तालिका में है।
भारत के राज्य
क्रम संख्या | राज्य | राजधानी | क्षेत्रफल ( वर्ग किमी में ) | जनसंख्या ( वर्ष 2011) | घनत्व ( प्रति वर्ग किमी ) |
1 | आंध्र प्रदेश | हैदराबाद | 162,968 | 49,386,799 | 308 |
2 | अरुणाचल प्रदेश | ईटानगर | 83,743 | 1,383,727 | 17 |
3 | असम | दिसपुर | 78,438 | 31,205,576 | 397 |
4 | बिहार | पटना | 94,163 | 104,099,452 | 1,102 |
5 | छत्तीसगढ़ | रायपुर | 135,191 | 25,545,198 | 189 |
6 | गोआ | पंजी | 3,702 | 1,458,545 | 394 |
7 | गुजरात | गांधीनगर | 196,024 | 60,439,692 | 308 |
8 | हरियाणा | चंडीगढ़ | 44,212 | 25,351,462 | 573 |
9 | हिमाचल प्रदेश | शिमला | 55,673 | 6,864,602 | 123 |
10 | झारखण्ड | रांची | 79,714 | 32,988,134 | 414 |
11 | कर्नाटक | बंगलुरू | 191,791 | 61,095,297 | 319 |
12 | केरल | तिरुवनंतपुरम | 38,863 | 33,406,061 | 859 |
13 | मध्य प्रदेश | भोपाल | 308,245 | 72,626,809 | 236 |
14 | महाराष्ट्र | मुम्बई | 307,713 | 112,374,333 | 365 |
15 | मणिपुर | इम्फाल | 22,327 | 2,721,756 | 122 |
16 | मेघालय | शिलांग | 22,429 | 2,966,889 | 132 |
17 | मिजोरम | आइजोल | 21,081 | 1,097,206 | 52 |
18 | नागालैंड | कोहिमा | 16,579 | 1,978,502 | 119 |
19 | ओडिसा | भुनेश्वर | 155,707 | 41,974,218 | 269 |
20 | पंजाब | चंडीगढ़ | 50,362 | 27,743,338 | 550 |
21 | राजस्थान | जयपुर | 342,239 | 68,548,437 | 201 |
22 | सिक्किम | गंगटोक | 7,096 | 610,577 | 86 |
23 | तेलंगाना | हैदराबाद | 112,077 | 35,193,978 | 307 |
24 | तमिलनाडु | चेन्नई | 130,058 | 72,147,030 | 555 |
25 | त्रिपुरा | अगरतला | 10,486 | 3,673,917 | 350 |
26 | उत्तर प्रदेश | लखनऊ | 240,928 | 199,812,341 | 828 |
27 | उत्तराखंड | देहरादून | 53,483 | 10,086,292 | 189 |
28 | पश्चिम बंगाल | कोलकाता | 88,752 | 91,276,115 | 1,030 |
केंद्र शासित प्रदेश
क्रम संख्या | केंद्र शासित प्रदेश | राजधानी | क्षेत्रफल ( वर्ग किमी में ) | जनसंख्या ( वर्ष 2011 ) | जनसंख्या घनत्व ( प्रति वर्ग किमी ) |
1 | अण्डमान निकोबार द्वीप समूह | पोर्ट ब्लेयर | 8,249 | 380,581 | 46 |
2 | चंडीगढ़ | चंडीगढ़ | 114 | 1,055,440 | 9252 |
3 | दादर एवं नगर हवेली | सिलवासा | 491 | 343,709 | 698 |
4 | दमन एवं दीव | दमन | 112 | 243,247 | 2169 |
5 | दिल्ली | दिल्ली | 1,443 | 16,787,941 | 11297 |
6 | जम्मू कश्मीर | श्रीनगर, जम्मू | 42,241(India) 13,297 (POK) | 12,267,013 | 290 |
7 | लद्दाख | लेह, करगिल | 59,146 (India) 72,971 (POK) 5,180 (People’s Republic of China) 37,555 (People’s Republic of China under Aksai Chin) | 274,289 | 4.6 |
8 | लक्षदीप | कवरत्ती | 32 | 67,473 | 2013 |
9 | पडुचेरी | पडुचेरी | 492 | 1,247,957 | 2598 |
भरतीय उप महाद्वीप
भारत के विशेष भौगोलिक स्थिति तथा विशाल क्षेत्रफल के कारण इस भूभाग को भारतीय उपमहाद्वीप भी कहा जाता है। भारत के उत्तरी पश्चिमी, उत्तरी तथा उत्तरी पूर्वी भाग ऊचें तथा विशाल पर्वत श्रेणीयों से घिरा हुआ है। जिसके कारण यह क्षेत्र एशिया महाद्वीप से अलग अस्तित्व रखता है। उत्तर पश्चिम में हिन्दुकुश व सुलेमान श्रेणियों, उत्तर में हिमालय की श्रेणियाँ, उत्तर पूर्वी भाग में पूर्वाचल की पहाड़ियाँ तथा दक्षिण में विशाल हिंन्द महासागर से सीमांकित एक वृहत भौगोलिक इकाई है।
हिमालय पर्वत अपनी अन्य श्रेणियों के साथ एक मजबूत भौतिक अवरोध पैदा करता है। और भारतीय उपमहाद्वीप को शेष एशिया से अलग करता है। खैबर, बोलन, शिपकिला, नाथुला, बोमडिला जैसे कुछ पहाड़ी दर्रो को छोड़कर इसे पार कर पाना काफी कठिन है।
भारतीय उपमहाद्वीप के अंतर्गत भारत, पाकिस्तान, नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, श्रीलंका को शामिल किया जाता है।
भारत के पड़ोसी देश
हिंदुस्तान की स्थलीय सीमा सात देशो को छूती है। ये देश है पाकिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान, चीन, नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, म्यांमार जबकि जलीय सीमा क्षेत्र से दो देश अलग होते है। श्रीलंका और मालदीव इस तरह से भारत के पड़ोसी देशो की संख्या नौ है।
इंडिया के उत्तर पश्चिम में (पाकिस्तान तथा अफ़ग़ानिस्तान ), उत्तर में ( चीन, नेपाल तथा भूटान ), पूर्व में ( म्यांमार, बंग्लादेश ), दक्षिण में ( श्रीलंका ) तथा दक्षिण पश्चिम में मालदीव देश स्थित है।
भारत और विश्व
हमारे देश भारत की स्थिति और विस्तार के अनुसार यह एशिया महाद्वीप के दक्षिण में स्थित महत्वपूर्ण देश है। भारत के दक्षिण में स्थित महासागर का नाम हिंदुस्तान के नाम पर ही हिन्द महासागर रखा गया है। इस महासागर में भारत की तटरेखा की लम्बाई 7516.6 किमी लम्बी है तथा भारतीय प्रायद्वीप लगभग 1600 किमी हिन्द महासागर की ओर विस्तारित है।
भारत को हिन्द महासागर में वर्चस्व स्थिति तथा दक्षिण पूर्वी एशियाई देशो, चीन, जापान जैसे औद्योगिक देश, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, तथा संयुक्त राज्य अमेरिका के पश्चिमी तट को अफ्रीका, औद्योगिक दृष्टि से विकसित यूरोप तथा तेल सम्पन्न पश्चिमी एशियाई देशो को जोड़ने वाली व्यापारिक जलीय मार्ग भारतीय तटरेखा से होकर गुजरती है। इसके साथ-साथ कई अंतरार्ष्ट्रीय उड़ने भारत से होकर गुजरती है।
सन 1869 में स्वेज नहर के खुलने से भारत का महत्व और अधिक हो गया है , क्योकि इसके द्वारा पश्चमी यूरोपीय देशो तथा पूर्वी विकासशील देशो के मध्य दूरी लगभग 7000 किमी कम हो गई है। जिसके कारण इन क्षेत्रो के सभी व्यापारिक समुद्री जहाज भारत से होकर गुजरती है।
भारत विभिन्ताओं का देश
पूरी दुनिया में जितनी विभिन्ता नहीं पाई जाती है, उतनी भारत में पाई जाती है। कुछ विन्दुओ से इसको समझने का प्रयास करते है।
- भारत में प्राचीन काल के आर्कियन,धारवाड़ क्रम से लेकर नवीनतम अवसादी शैल पाई जाती है।
- अत्यधिक वर्षा प्राप्त करने वाला क्षेत्र मासिनराम (1100 cm ), चेरापूंजी स्थित है वहीं, दूसरी ओर शुष्क मरुस्थलीय क्षेत्र भी स्थित है। जहाँ वर्षा 12 cm से कम होती है।
- भारत में शीत, शीतोष्ण, ग्रीष्मकालीन सभी प्रकार के फसले उगाई जाती है।
- यहाँ पर कुछ ऐसे क्षेत्र है जहाँ सालोभर तापमान 0 डिग्री सेंटीग्रेड से नीचे रहता है। जैसे जम्मू कश्मीर के द्रास क्षेत्र। वहीं दूसरी ओर राजस्थान में गंगानगर का उच्चतम तापमान 52 डिग्री सेंटीग्रेड से भी अधिक अंकित क्या गया है।
- यहाँ पर अनेक धर्मो के लोग रहते है। जैसे:- हिन्दु, मुस्लिम, सिख, ईसाई, पारसी, यहूदी, जैन, बौद्ध आदि।
- ग्रियरसन के अनुसार ( भारत का भाषाई सर्वेक्षण, 1903-1928 ) देश में 179 भाषाएँ और 544 के लगभग बोलियाँ थी वर्त्तमान समय में 22 भाषाएँ अनुसूचित है।
- विश्व के सुंदरतम भवन निर्माण के नमूने भारत में पाए जाते है। ताजमहल, फतेपुर सीकरी, गोमतेश्वर की मूर्ति, खजुराहो,कोणार्क, मदुरै, सोमनाथ, खड़कपुर का लम्बा रेलवे प्लेटफार्म, बीजापुर का विशाल गोल गुंबज इत्यादि कई उद्हारण है।
भारत में जीव-जन्तुओ में विविधता
- हमारे देश में लगभग 47000 अलग-अलग किस्मों के पौधे पाए जाते है, जो पूरे विश्व में दसवाँ स्थान रखता है। तथा एशिया में चौथा स्थान है।
- यहाँ 15000 फूलो के पौधे पाए जाते है जो, विश्व का 6 प्रतिशत है।
- भारत में 89000 जातियों के जानवर तथा विभिन्न प्रकार की मछलियाँ ( ताजे एवं समुद्री पानी की ) पाई जाती है।
- यहाँ 2500 मछलियों की प्रजातियाँ पाई जाती है जो, विश्व का लगभग 12 प्रतिशत है।
- 1200 से अधिक प्रकार की पक्षियों की प्रजातियाँ पाई जाती है।
- विश्व के 5 से 8 प्रतिशत तक उभयचर, सरीसृप तथा स्तनधारी जानवर भी भारत में पाए जाते है।
उपरोक्त विभिन्नताओं के कारण पाश्चात्य विद्वानों ने भारत को एक उप महाद्वीप की संज्ञा दी है।
अनेकता में एकता का देश भारत
भारत में अनेक विभिन्नताओं के होते हुए भी कुछ ऐसे तत्व विद्यमान है जो भारत के लोगो को एकता के सूत्र में बांधने का कार्य करता है। जिसे निम्न विन्दुओ की सहायता से समझने का प्रयास करते है।
भारतीय खेल टीम
राष्ट्रिय स्तर के कोई खेल टीम जैसे:- हॉकी, क्रिकेट, फूटबोल, ओलोम्पिक इत्यादि में प्रतिभा के आधार पर देश के कोने-कोने से खिलाड़ियों का चयन किया जाता है। इस तरह से विभिन्न क्षेत्रो, जाति, धर्म के प्रतिभागी एक साथ मिलकर देश का प्रतिनिधित्व करती है तो, पूरे देश की भावना इस टीम से जुडी होती है। और जब यह टीम अंतरार्ष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन करती है तो देश के सरे लोग गौरवान्वित होते है और जश्न मनाते है। वही प्रदर्शन ख़राब होने पर लोग दुखी हो जाते है। टीम को हौसला बढ़ते है।
भारतीय फिल्म जगत
हमारी फिल्में भी हमे एक सूत्र में बांधने का कार्य करती है। हमारे फिल्मों में दिखाया जाने वाला विषय-वस्तु हमारे समाज तथा संस्कृति से जुड़े होते है। जिसे लोग काफी पसंद करते है। इन फिल्मों में शामिल सभी प्रतिनिधि अलग-अलग जाति, धर्म, क्षेत्र, भाषा आदि से जुड़े होते है। और पूरे भारत का प्रतिनिधित्व करते है। जिससे लोगों को बांधने में सहायक होते है।
भारतीय संविधान
भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। इसमें वर्णित राष्ट्रिय प्रतीक हमे एकता के सूत्र में बांधते है। हमारा संविधान सभी वर्गो का प्रतिनिधित्व करता है। इसमें सभी वर्गों के अधिकारों को सुरक्षित एवं प्रभावी बनाया गया है। जिसके कारण लोगों में एकता देखने को मिलता है। सभी लोगों को समता, स्वतंत्रता, धर्मनिरपेक्षता आदि अधिकार दिए गए है। जो लोगो को जोड़े रखने में कारगर है।
भारतीय जलवायु
भारतीय उप महाद्वीप में उष्णकटिबंधीय मानसुनी जलवायु पाई जाती है। जिसके कारण यहाँ विशेषकर तीन प्रकार की ऋतुएँ पाई जाती है। इन ऋतुएँ के आधार पर यहाँ की अर्थव्यवस्था चलती है। वर्षा ऋतू प्रारम्भ होने पर सभी वर्ग के लोग एक साथ मिलकर कृषि कार्य में जुड़ जाते है। एक दूसरे से मदद लेते है तथा एक दूसरे को मदद करते है। इसी जलवायु के आधार पर लोगों के खान-पान, रहन-सहन, पोशाक निर्भर रहता है। भरतीय मानसुन विविधता में एकता का प्रतीक है।
भरतीय पर्व-त्योहार
यहाँ मनाया जाने वाला पर्व-त्योहार लोगो को जोड़ने में सहायक होते है। इन दिनों को सार्वजनिक अवकाश घोसित किया जाता है। पर्व-त्योहारों में लोग विशेष समय निकलकर अपने गाँव, शहर जाते है। लोगो से घुलते-मिलते है। एक दूसरे के सुख-दुःख को बांटते है। शहर की संस्कृति गाँव तथा गाँव की संस्कृति शहर में ले जाते है। जो लोगो को जोड़ने का काम करता है।
धार्मिक चार धाम
जगत गुरु शंकराचार्य द्वारा भारत के चारो दिशाओं में स्थापित किए गए चार धाम पूरब में जगरनाथ पूरी, पश्चिम में द्वारिकाधीश, उत्तर में बद्रीनाथ, तथा दक्षिण में रमेश्वरम है। जो भारत को उत्तर से दक्षिण व पूर्व से पश्चिम को जोड़ने का काम करता है।
इस तरह से हम पाते है की भारत की स्थिति और विस्तार काफी विस्तृत है। जिसके कारण यह विश्व का सातवां बड़ा देश है। तथा यहाँ विभिन्न प्रकार की विविधताएँ पाई जाती है।
Swarg Se Sundar Hai Apna Apna Desh, india