इस लेख में हमलोग यह जानने का प्रयास करेंगे कि विश्व की जनसंख्या का वितरण किस प्रकार है।
जनसंख्या
किसी क्षेत्र / प्रदेश मे निवास करने वाले लोगो की संख्या को जनसंख्या कहते है। इसमे पुरुष, महिला, तृतीय लिंग के सभी के आयु वर्ग (बच्चे, किशोर, युवा, वृद्ध ) को सम्मिलत किया जाते हैं। इसमे लोगों(People) की संख्या को दर्शाया जाता है। लोगों कि संख्या की गणना प्रत्येक देश एक निश्चित समय अंतराल मे करते है। जैसे भारत मे यह गणना प्रत्येक 10 वर्ष के अंतराल मे किया जाता है। (2001, 2011, 2021, …….) उसी तरह ब्रिटेन, अमेरिका, इटली मे दस वर्षीय जनगणना होती है। जब्कि फ्रांस,जर्मनी मे पाँचवर्षीय जनगणना होती है। लोगो कि जनगणना के समय कई जननांकिकीय विशेषताओं का भी संग्रह किया जाता है। जैसे आयु, लिंग, व्यवसाय, धर्म, जाति, शिक्षा, पशुधन, निवास स्थान एवं प्रकार, क्षेत्र इत्यादि। जनसंख्या एक गत्यात्मक विषय होने के कारण इसमे जनसंख्या आकार, वितरण, वृद्धि, जननांकिकी विशेषताएँ (आयु,लिंग,प्रजाति,शिक्षा, इत्यादि), जन्म,मृत्यु, प्रवास स्थान एवं समय के अनुसार बदलता रहता है।
किसी भी क्षेत्र / प्रदेश के लिए जनसंख्या महत्वपूर्ण संसाधन होता है। क्योकि यह वही संसाधन होता है। जो पृथ्वी के अन्य वस्तुओ को अपने उपयोग के लिए संसाधन मे परिवर्तित करता है अगर जनसंख्या को शिक्षा, स्वास्थ्य से सम्पन्न कर दिया जय तो वह प्रदेश अन्य प्रदेशो कि तुलना मे अग्रीम प्रदेश के रूप मे जाना जायेगा। शिक्षित और स्वास्थ्य जनसंख्या सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड को संसाधन मे परिवर्तित कर सकता है।इसकी महत्ता इसी बात से दीखता है कि संयुक्त रष्ट्र संघ कि एक इकाई संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) प्रत्येक वर्ष कई प्रकार के आंकड़े मानव से संबंधित प्रकाशित करता है। जैसे : मानव विकास सूचकांक (HDI), मानव गरीबी सूचकांक (HPI), मानव भूख सूचकांक (HHI) इत्यादि। इन सूचकांकों में सुधर करने के लिए प्रत्येक देश प्रयत्नरत रहते है, कि उसका सूचकांक क्रम मे सुधार हो सके।
विश्व जनसंख्या के वितरण के प्रतिरूप
जनसंख्या वितरण का तात्पर्य जनसंख्या क्षेत्र मे किस तरह फैली हुई है। विश्व के सभी भागो मे एक समान जनसंख्या निवास नही करती है। किसी क्षेत्र मे जनसंख्या अधिक बसी होती है तो किसी क्षेत्र मे कम और कई क्षेत्र ऐसे भी हैं जहाँ जनसंख्या का वितरण नहीं पाया जाता है। जनसंख्या के वितरण का संबंध भूतल पर जनसंख्या के फैलाव से है। जनसंख्या के आंकड़ों मे हरेक क्षण परिवर्तन होते रहता है। इंटरनेट मे एक वेबसाइट है जिसका नाम worldometer जो पूरी दुनिया के साथ-साथ लगभग सभी देशो की वर्तमान जनसंख्या कि गणना करता है। इस वेबसाइट मे किसी भी देश कि जनसंख्या की गिनती लाइव देखा जा सकता है। जब मै इस वेबसाइट को देख रहा था (दिनांक : 04 /05 /2020 , समय : 2:50 PM) उस समय विश्व कि जनसंख्या 7,78,21,37,158 थी। इस वेबसाइट के अनुसार विश्व के दस बड़े जनसंख्या वाले निम्न है।
विश्व के दस बड़े जनसंख्या वाले देश
क.स. | देश | जनसंख्या | जनसंख्या का प्रतिशत |
1 | चीन | 1,43,84,60,045 | 18.48% |
2 | भारत | 1,37,78,80,765 | 17.19 % |
3 | USA | 33,07,00,291 | 04.24 % |
4 | इंडोनेशिया | 27,30,70,504 | 03.50 % |
5 | पाकिस्तान | 22,02,13,206 | 02.82 % |
6 | ब्राजील | 21,23,23,698 | 02.72 % |
7 | नाईजीरिया | 20,53,25,285 | 02.64 % |
8 | बंगलादेश | 16,44,32,537 | 02.16 % |
9 | रूस | 14,59,24,798 | 01.87 % |
10 | मैक्सिको | 12,87,20,563 | 01.65 % |
उपरोक्त तालिका से स्पष्ट होता है कि विश्व कि लगभग आधी (50%) जनसंख्या मात्र छः देशो (चीन, भारत, USA, इंडोनेशिया, पाकिस्तान, ब्राजील ) में निवास करती है। विश्व के सर्वाधिक जनसंख्या वाले देशो में एशिया महादेश के पाँच देश (चीन, भारत, इंडोनेशिया, पाकिस्तान, बंगलादेश) है। वही दूसरी ओर अफ्रीका जैसे दूसरे बडा महादेश का एक देश नाइजीरिया, उत्तरी अमेरिका के दो देश (USA और मैक्सिको) दक्षिण अमेरिका मे ब्राजील, यूरोप मे एक मात्र देश रूस है। क्षेत्रफल कि दृस्टि से विश्व का सबसे बड़ा देश है और जनसंख्या भारत के बिहार राज्य से भी कम है।
उपरोक्त तालिका से यह भी स्पष्ट होता है ,कि जहाँ एक ओर विश्व 58% जनसंख्या इन दश देशो मे रहती है वही 42% जनसंख्या विश्व के बाकि बचे देशो मे निवास करती है। चीन मे 18.48% लोग रहते है वही भारत मे 17.19% लोग रहते है।
इस प्रकार यह पता चलता है कि विश्व मे जनसंख्या का वितरण काफी आसमान रूप से फैली हुई है। कुछ ऐसे विशाल क्षेत्र है जहाँ नाम मत्र की जनसंख्या रहती है। जैसे उष्ण एवं शीतोष्ण मरुस्थलीय क्षेत्र, ध्रूवीय क्षेत्र, पर्वतीय क्षेत्र, सघन वन वाले क्षेत्र इत्यादि।
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