कोपेन का जलवायु वर्गीकरण (Koppen Climate Classification) को जानने से पहले हमे यह जानना अति आवश्यक है कि, जलवायु क्या है ? जलवायु को प्रभावित करने वाले कौन-कौन से कारक होते है।
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जलवायु
किसी विस्तृत क्षेत्र में लंबे समय अवधि तक(30 वर्षो से अधिक ) वायुमंडलीय दशाओं जैसे (तापमान, वर्षा, वायुदाब, आद्रता, पवन तंत्र आदि) के योग को जलवायु कहते हैं।
मौसम
किसी छोटे क्षेत्र में कम समय अवधि में (कुछ मिनट, कुछ घंटा, कुछ दिन ) वायुमंडलीय दशाओं जैसे (तापमान, वर्षा, वायुदाब, आद्रता, पवन तंत्र आदि) के योग को मौसम कहते हैं।
मौसम और जलवायु के तत्व
तापमान वर्षा आद्रता वायुदाब पवन तंत्र आदि आदि जलवायु और मौसम के महत्वपूर्ण तत्व होते हैं इन्हीं तत्वों के योग को जलवायु और मौसम कहा जाता है जलवायु और मौसम में फर्क सिर्फ इतना है की जलवायु इन तत्वों के लंबे समय अवधि के योग को कहा जाता है
वही मौसम में इन तत्वों को क्षणिक समय अर्थात कुछ घंटे दिन में उनके योग को मौसम कहा जाता है जिसे हम लोग उदाहरण से समझ सकते हैं जैसे किसी छोटे क्षेत्र उदाहरण के लिए दिल्ली, मुंबई, या रांची जैसे छोटे स्थान के वायुमंडलीय दशाएं का योग को कम समय अवधि मौसम कहलाएगा
वही कोई विस्तृत क्षेत्र जैसे दक्षिण पूर्वी एशिया मध्य एशिया उत्तरी एशिया अमेरिका जैसे विशाल क्षेत्र में वायुमंडलीय तत्वों जैसे तापमान वर्षा आद्रता पवन तंत्र वायुदाब आदि के लंबे समय अवधि के योग को जलवायु कहा जाएगा जैसे उष्णकटिबंधीय मानसूनी जलवायु, भूमध्य सागरीय जलवायु, समशीतोष्ण कटिबंधीय जलवायु आदि।
विश्व की जलवायु का अध्ययन जलवायु संबंधी इन्हीं तत्वों के आंकड़ों को एवं जानकारी को संगठित करके किया जाता है
जलवायु को प्रभावित करने वाले कारक
किसी भी क्षेत्र में जलवायु को प्रभावित करने वाले निम्नलिखित कारक होते हैं।
अक्षांश
- ततुंगता
- ऊंचावच
- जल और स्थल का वितरण
- समुद्र तल से दूरी
जलवायु वर्गीकरण के उपागम/विधि/पद्धति
किसी क्षेत्र में जलवायु वर्गीकरण तीन वृहत उपागमों के द्वारा किया जाता है जो इस प्रकार है।
- आनुभाविक
- जननिक
- अनुप्रयुक्त
अनुभाविक वर्गीकरण विशेष रूप से तापमान एवं वर्षा संबंधित आंकड़ों पर आधारित होता है। वही जननिक वर्गीकरण उसे क्षेत्र में पाए जाने वाले जलवायु के कर्म के आधार पर संगठित करने का प्रयास है। और अनुप्रयुक्त वर्गीकरण किसी विशिष्ट देश के लिए किया जाता है।
कोपेन का जलवायु वर्गीकरण की पद्धति/आधार
व्लादिमीर कोपेन(1846 – 1940 ) जर्मनी के जलवायु एवं वनस्पति वैज्ञानिक थे। जिन्होंने जलवायु का अनुभाविक वर्गीकरण 1918 में प्रस्तुत किया तथा 1931 एवं 1936 में इसे संशोधित कर प्रस्तुत किया।
इन्होंने अपने जलवायु वर्गीकरण में आनुभाविक पद्धति का उपयोग करते हुए वनस्पति के वितरण और जलवायु के बीच एक घनिष्ठ संबंध की पहचान की है। इन्होंने तापमान तथा वर्ष के कुछ निश्चित मानों का चयन करते हुए उसका वनस्पति के वितरण से संबंध स्थापित किया और इन मानों का उपयोग जलवायु के वर्गीकरण के लिए किया है।
कोपेन महोदय ने जलवायु के समूह एवं प्रकारों की पहचान करने के लिए अंग्रेजी के बड़े तथा छोटे अक्षरों के प्रयोग किया है। इन्होंने पाँच प्रमुख जलवायु समूह A, B, C, D, तथा E तथा H मैं वर्गीकृत किया। इनमें से चार A, C, D, E तापमान आधारित आद्र जलवायु है। और B वर्षण एवं वाष्पीकरण आधारित शुष्क जलवायु है। वही H ऊंचाई के कारण शीत जलवायु है।
कोपेन के अनुसार जलवायु समूह
समूह | लक्षण |
A. उष्णकटिबंधीय | सभी महीना का औसत तापमान 18 डिग्री सेल्सियस से अधिक |
B. शुष्क जलवायु | वर्षण की तुलना में विभव वाष्पीकरण की अधिकता |
C. कोष्ण जलवायु | सर्वाधिक ठंडा महीने का औसत तापमान 3 डिग्री सेल्सियस से अधिक किंतु 18 डिग्री सेल्सियस से काम,मध्य अक्षांशीय जलवायु |
D. शीतल हिम वन जलवायु | वर्ष के सर्वाधिक ठंडा महीने का औसत तापमान 0 डिग्री से 3 डिग्री के बीच |
E. शीत जलवायु | सभी महीना का औसत तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम |
H. उच्चभूमि जलवायु | ऊंचाई के कारण शीत जलवायु |

इसके अतिरिक्त शुष्क जलवायु को दो अप विभागों में विभाजित किया गया है। इनमें से एसपी अर्ध शुष्क जलवायु जलवायु के लिए S तथा मरुस्थलीय जलवायु के लिए W जैसे बड़े अक्षरों का प्रयोग किया गया है।
बाकी उपरोक्त A, C, D, E जलवायु समूह को तापक्रम एवं वर्ष के मौसम में विशेषताओं के आधार पर कई उपभागों में विभाजित किया गया है जिसको अंग्रेजी के छोटे अक्षरों द्वारा दर्शाया गया है।शुष्कता वाले मौसमों को अंग्रेजी के छोटे अक्षरों f, m, w, और s द्वारा दर्शाया है। वहीं a, b, c, d छोटे अक्षर तापमान की उग्रता वाले भाग को दर्शाते हैं। T और F अक्षर टुंड्रा और हम टोपी को दर्शाता है।
समूह | प्रकार | लक्षण / विशेषताएं |
---|---|---|
A उष्णकटिबंधीय आर्द्र जलवायु | Af– उष्णकटिबंधीय आर्द्र Am– उष्णकटिबंधीय मानसून Aw– उष्णकटिबंधीय आर्द्र एवं शुष्क | कोई शुष्क ऋतु नहीं। मानसून लघु शुष्क ऋतु। जाड़े की शुष्क ऋतु। |
B शुष्क जलवायु | BSh– उपोष्ण कटिबंधीय स्टेपी BWh– उपोष्ण कटिबंधीय मरुस्थल BSk– मध्य अक्षांशीय स्टेपी BWk– मध्य अक्षांशीय मरुस्थल | निम्न अक्षांशीय अर्ध शुष्क एवं शुष्क। निम्न अक्षांशीय शुष्क। मध्य अक्षांशीय अर्ध शुष्क एवं शुष्क। मध्य अक्षांशीय शुष्क। |
C कोष्ण शीतोष्ण जलवायु(मध्य अक्षांशीय जलवायु) | Cfa– आर्द्र उपोष्ण कटिबंधीय Csa– भूमध्य सागरीय Cfb– समुद्री पश्चिमी तटीय | मध्य अक्षांशीय अर्ध शुष्क अथवा शुष्क। शुष्क गर्म ग्रीष्म। कोई शुष्क ऋतु नहीं। कोष्ण तथा शीतल ग्रीष्म |
D शीतल हिम वन जलवायु | Df– आर्द्र महाद्वीपीय Dw– उप उत्तर ध्रुवीय | कोई शुष्क ऋतु नहीं, भीषण जाड़ा जाड़ा शुष्क तथा अत्यंत भीषण |
E शीत जलवायु | ET– टुंड्रा EF– ध्रुवीय हिमटोपी | सही अर्थों में कोई ग्रीष्म नहीं। सदैव हिमच्छादित हिम |
H उच्च भूमि जलवायु | H– उच्च भूमि | हिमच्छादित उच्च भूमि |

1. उष्णकटिबंधीय आर्द्र जलवायु (Tropical Climates – A)
Af (Tropical Rainforest)
- उमस: 80% से अधिक।
- वर्षा: हर महीने समान वर्षा, आमतौर पर 1750-2500 मिमी वार्षिक।
- तापमान: औसतन 25-27°C, वर्षभर समान रहता है।
- वनस्पति: घना वर्षावन, उच्च जैव विविधता।
- उदाहरण: ब्राजील का अमेज़न रेनफॉरेस्ट, कांगो बेसिन।
Am (Tropical Monsoon)
- उमस: उच्च, लेकिन मानसून अवधि में विशेष रूप से बढ़ जाता है।
- वर्षा: मानसून के दौरान अत्यधिक वर्षा, शुष्क सीजन में कम वर्षा।
- तापमान: 25-28°C।
- वनस्पति: मोनसून वनों और घास के मैदानों का मिश्रण।
- उदाहरण: भारतीय उपमहाद्वीप (जैसे कि पश्चिमी घाट), थाईलैंड।
Aw/As (Tropical Savanna)
- उमस: भिन्न-भिन्न, आमतौर पर मानसून सीजन में उच्च।
- वर्षा: ग्रीष्मकाल में भारी वर्षा, सर्दियों में सूखा।
- तापमान: 25-30°C।
- वनस्पति: सवाना, घास के मैदान और कुछ वृक्ष।
- उदाहरण: अफ्रीकी सवाना, ऑस्ट्रेलिया के आंतरिक भाग।
2. शुष्क जलवायु (Dry Climates – B)
BWh (Hot Desert)
- उमस: बहुत कम।
- वर्षा: 250 मिमी से कम वार्षिक।
- तापमान: गर्मियों में 40°C से अधिक, सर्दियों में ठंडा।
- वनस्पति: सूखा झाड़ियाँ, कैक्टस, बास्केटबॉल ग्रोथ।
- उदाहरण: सहारा रेगिस्तान, मोजावे रेगिस्तान।
BWk (Cold Desert)
- उमस: बहुत कम।
- वर्षा: 250 मिमी से कम, ठंड के मौसम में अधिक।
- तापमान: सर्दियों में बहुत ठंडा (-30°C तक), गर्मियों में ठंडा।
- वनस्पति: क्षीण वनस्पति, सूखा घास।
- उदाहरण: मंगोलियन रेगिस्तान, तिब्बती पठार।
BSh (Hot Semi-Arid)
- उमस: कम से मध्यम।
- वर्षा: 250-500 मिमी वार्षिक।
- तापमान: गर्म और सूखा, लेकिन सर्दियों में ठंडक।
- वनस्पति: घास के मैदान, कुछ झाड़ियाँ।
- उदाहरण: भारतीय उपमहाद्वीप के पश्चिमी हिस्से, उत्तरी ऑस्ट्रेलिया।
BSk (Cold Semi-Arid)
- उमस: कम।
- वर्षा: 250-500 मिमी वार्षिक।
- तापमान: सर्दियों में ठंडा, गर्मियों में मध्यम।
- वनस्पति: घास के मैदान और झाड़ियाँ।
- उदाहरण: अमेरिका का प्लेन्स क्षेत्र, दक्षिणी रूस।
3.कोष्ण शीतोष्ण जलवायु(मध्य अक्षांशीय जलवायु)(Temperate Climates – C)
Cfa (Humid Subtropical)
- उमस: उच्च, गर्मियों में बहुत अधिक।
- वर्षा: समान रूप से वितरित, कभी-कभी गर्मियों में अत्यधिक।
- तापमान: गर्म ग्रीष्मकाल (25-30°C), ठंडी सर्दी (0-10°C)।
- वनस्पति: मिश्रित वन, उपोष्णकटिबंधीय पौधे।
- उदाहरण: दक्षिणी अमेरिका का पूर्वी तट, दक्षिणी चीन।
Cfb (Oceanic)
- उमस: उच्च, सालभर समान।
- वर्षा: समान रूप से वितरित, नमीपूर्ण मौसम।
- तापमान: ठंडी ग्रीष्मकाल (15-20°C), नम सर्दी (5-10°C)।
- वनस्पति: मिश्रित और शीतोष्ण वन।
- उदाहरण: पश्चिमी यूरोप, न्यूजीलैंड।
Cfc (Subpolar Oceanic)
- उमस: उच्च, समान रूप से वितरित।
- वर्षा: उच्च, ठंडी सर्दियों और गर्मियों में।
- तापमान: ठंडी ग्रीष्मकाल (10-15°C), ठंडी सर्दियाँ (-5°C से 0°C)।
- वनस्पति: उपनदीन वन, घास के मैदान।
- उदाहरण: आइसलैंड, उत्तरी स्कैंडिनेविया।
4. शीतल हिम वन जलवायु (Continental Climates – D)
Dfa/Dfb (Humid Continental)
- उमस: भिन्न-भिन्न, ग्रीष्मकाल में अधिक।
- वर्षा: पर्याप्त वर्षा, सभी मौसमों में।
- तापमान: गर्म ग्रीष्मकाल (20-30°C), ठंडी सर्दियाँ (-10°C से 0°C)।
- वनस्पति: मिश्रित वन, सीडर और पाइन।
- उदाहरण: उत्तरी अमेरिका का मध्य-पूर्व, रूस का यूरोपीय हिस्सा।
Dfc/Dfd (Subarctic)
- उमस: कम, वर्षा कम।
- वर्षा: सीमित, ज्यादातर सर्दियों में।
- तापमान: ठंडी ग्रीष्मकाल (10-20°C), अत्यधिक ठंडी सर्दियाँ (-20°C से -40°C)।
- वनस्पति: ताइगा, शीतोष्ण वन।
- उदाहरण: साइबेरिया, उत्तरी कैनेडा।
5.शीत जलवायु (Polar Climates – E)
Et (Tundra)
- उमस: कम।
- वर्षा: बहुत कम, अक्सर ठंड के मौसम में।
- तापमान: ठंडे ग्रीष्मकाल (0-10°C), ठंडी सर्दियाँ (-30°C तक)।
- वनस्पति: टुंड्रा वनस्पति, छोटे पौधे।
- उदाहरण: आर्कटिक तट, उत्तरी कनाडा।
Ef (Ice Cap)
- उमस: बहुत कम।
- वर्षा: बहुत कम, बर्फीला मौसम।
- तापमान: पूरे साल अत्यधिक ठंडा (-40°C से -10°C)।
- वनस्पति: कोई स्थायी वनस्पति नहीं।
- उदाहरण: अंटार्कटिका, ग्रीनलैंड का आंतरिक हिस्सा।
6. H/F – उच्च भूमि जलवायु
यह जलवायु उच्च भूमियों में पाई जाती है और भू आकृति द्वारा नियंत्रित होती है। जैसा कि इसके नाम से ही पता चलता है। ऊंचाई के साथ तापमान में कमी आती है और तापमान तथा वर्ष में स्थानिक भिन्नताएं पाई जाती है। पर्वतीय वातावरण में ऊंचाई के साथ जलवायु प्रदेश के अस्तरित ऊर्ध्वाधर कटिबंधीय प्रदेश पाए जाते हैं।